Tuesday, November 6, 2018

बुरका वाली सिंगल मां चला रही थी पोंजी स्कीम, 500 करोड़ की धोखाधड़ी में अरेस्ट

कभी मां के साथ सब्जी बेचने वाली महिला देखते ही देखते करोड़ों की टर्नओवर वाली 17 कंपनियों की मालकिन हो गई। कुछ ही साल में बिजनस मैनेजमेंट की डिग्री लेकर कर्नाटक में राजनीतिक दल भी बना डाला। यह सिलसिला तब रुका जब मुंबई पुलिस ने निवेशकों के साथ 500 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में नौहरा शेख को गिरफ्तार किया।

अपनी मां के साथ तिरुपति के दक्षिणी हिस्से में फेरी लगाकर सब्जियां बेचने वाली एक महिला देखते ही देखते करोड़पति बन गई। इसकी वजह बने उसकी कंपनियों में निवेश करने वाले लोग, जिनकी बदौलत 45 साल की उम्र में बुरका पहनने वाली सिंगल मदर 17 कंपनियों की मालकिन बन गई और उनका 1000 करोड़ का टर्नओवर है। दो लाख से ज्यादा निवेशकों के साथ नौहेरा शेख नाम की महिला की पोंजी स्कीम चल रही थी।

देखते-देखते नौहेरा शेख ने अपना कारोबार तैयार कर लिया और बिजनस मैनेजमेंट में डिग्री लेने के बाद न सिर्फ लड़कियों के लिए एक मदरसा खोला, बल्कि कर्नाटक से चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक पार्टी भी बना डाली। नौहेरा शेख जितनी तेजी से सफलता की ओर बढ़ी, उतनी ही तेजी से उनके पतन की शुरुआत भी हो गई हैपोंजी स्कीम के चलते सात साल में इतना पैसा जुटाने वाली नौहेरा पर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगा है।

500 करोड़ की धोखाधड़ी की आरोपी
पोंजी स्कीम में 36 से 42 प्रतिशत के रिटर्न का वादा करने वाली नौहेरा की कंपनियों के एजेंट्स ने महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में खूब निवेशक जुटाए। यहीं से गड़बड़ की शुरुआत भी हो गई और हवाला स्कैम भी सामने आया। मई 2018 तक शेख ने फंड्स का हेरफेर शुरू किया और एक के बाद एक पुलिस शिकायतों में उनका नाम आया। आज शेख करीब 500 करोड़ की धोखाधड़ी की आरोपी है। 

मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर नौहेरा शेख से पूछताछ की है, जिसके बाद उसे हैदराबाद पुलिस को सौंप दिया गया। नौहेरा को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने निवेशक शाने इलाही की शिकायत के आधार पर 25 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। बीते दिनों इंटेलिजेंस एजेंसीज भी मुंबई पुलिस से इस बारे में पूछताछ करने पहुंचीं। एक जांच अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर निवेशक मुस्लिम समुदाय के हैं जिनसे इंटरेस्ट फ्री हलाल बिजनस का वादा किया गया है। 

महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में तेज आवाज में संगीत बजाने के कारण एक ट्रैक्टर चालक की कथित तौर पर पीट-पीटकर जान लेने पर दो पुलिस कांस्टेबलों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी के मुताबिक, प्रदीप कुटे (24) रविवार शाम को माधा से अपना ट्रैक्टर लेकर चीनी मिल जा रहा था। मानेगांव पुलिस चौकी के पास उसे कांस्टेबल दशरथ कुंभार और दीपक क्षीरसागर ने रोका। उन्होंने कुटे को तेज आवाज में संगीत बजाने के लिए डाँटा और फिर उसकी पिटाई की, जिसके बाद वह अचेत होकर गिर गया।

उन्होंने बताया कि दोनों कांस्टेबल कुटे को एक नजदीक अस्पताल में ले गये लेकिन डॉक्टरों ने उसे वहां पहुंचने के साथ ही मृत घोषित कर दिया। माधा पुलिस ने शुरू में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया लेकिन उस्मानाबाद के भूम तहसील से आये कुटे के परिजनों ने पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया। वे लोग प्रदर्शन में कुटे के शव को भी लाए थे। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले में हस्तक्षेप किया और सोमवार को कुंभल और क्षीरसागर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि कुटे की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पत लग सकेगा।

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